महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन द्वारा प्रकल्पित 8 वर्षीय पाठयक्रम।
जहाँ पाणिनि विरचित अष्टाध्यायी के चार हजार सूत्र संगमरमर की दीवारो पर अंकित है इसका उपयोग सभागार व योग कक्षादि संचालन के लिये होता है।
इसी के अन्तर्गत पुस्तकालय, वाचनालय तथा प्राच्य विद्या शोध केन्द्र आदि संचालित है।
इसी के अन्तर्गत पुस्तकालय, वाचनालय तथा प्राच्य विद्या शोध केन्द्र आदि संचालित है।
अस्सीघाट में प्रतिदिन गत 7 वर्षों से कन्याओं द्वारा प्रात: कालीन देव स्तुति प्रार्थना मन्त्र, यज्ञ सम्पादन ।
10. भव्य पाणिनी मंदिर का निर्माण और इसमे पाणिनि विरचित अष्टाध्यायी सूत्रपाठ संगमरमर के पत्थर पर लिखा गया